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आपके घर के किसी हिस्से को किराए पर उठाना, खासतौर पर अगर आपके पास एक बड़ा घर हो, तो यह अतिरिक्त आय कमाने का आसान तरीका है। वास्तु शास्त्र यह फैसला लेने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है कि हमें अपने घर का कौन-सा हिस्सा किराए पर देना चाहिए, यह कहना है वास्तु विशेषज्ञ एस के मेहता का..
1.अगर आप सिर्फ एक कमरा किराए पर देने का इरादा रखते हैं, तो यह सुनिश्चित कर लें कि वह उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पूर्व दिशा में हो।
2.अगर आपने अपने घर का एक हिस्सा किराए पर देने का फैसला कर ही लिया है, तो उत्तर या फिर पूर्व का क्षेत्र अपने लिए रखें और दक्षिण एवं पश्चिम वाला हिस्सा किराए पर दें।
3.अगर आप वैसे ही बिंदु क्रमांक 2 को फॉलो कर चुके हैं और आपका किराएदार वह हिस्सा खाली कर गया है, तो जल्द से जल्द कोई दूसरा किराएदार रखें या फिर उस हिस्से को खुद इस्तेमाल करना शुरू कर दें, क्योंकि ऐसा न करने से यह आपके लिए आर्थिक एवं मानसिक तनाव का कारण बन सकता है।
4.हालांकि, आपको घर का उत्तर-पूर्वी हिस्सा किराए से देना शुभ होगा, लेकिन कुछ मायनों में यह आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है मानसिक संत्रास, गर्भधारण में समस्या, यहां तक कि आर्थिक हानि का भी कारण भी बन सकता है।
5.आपके घर का दक्षिण-पश्चिमी हिस्सा भी आपके किराएदार के लिए सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। इसके बावजूद वह उसे किराए पर देने वाले यानी आपसे कनेक्टेड रहेगा और आपके जीवन में अनिश्चितता का कारण बन सकता है। आपको अपने किराएदार के प्रभुत्व का भी सामना करना पड़ सकता है।
6.अगर बात ग्राउंड फ्लोर या फर्स्ट फ्लोर में से किसी एक को किराए पर देने की है, तो पहले सीढ़ियों और घर के पिछले हिस्से पर गौर करें। अगर उत्तर एवं पूर्व की तरफ के पिछले हिस्से खुले हों, तो ग्राउंड फ्लोर आप रखें और अगर दक्षिण और पश्चिम की तरफ भी यही स्थिति हो, तो फर्स्ट फ्लोर पर शिफ्ट हो जाएं।
7.अगर सीढ़ियां उत्तर-पूर्व, उत्तर या पूर्वी हिस्से में बनी हैं, तो ग्राउंड फ्लोर को किराए पर दें। ऐसे हिस्से में नीचे की ओर जाने वाली सीढ़ियां सकारात्मक लक्षण मानी जाती हैं। यह सुनिश्चित कर लें कि सीढ़ियों की छत दक्षिण और पश्चिम में निर्मित हिस्से से नीची हों।
8.अगर आपका घर उत्तर या पूर्व मुखी है और सीढ़ियां दक्षिण या पश्चिम में स्थित हैं, तो यह बेहतर होगा कि आप ऊपर वाले फ्लोर को किराए पर दें।
9.जैसे भूमिगत पानी की टंकी, बोरवेल और बेसमेंट आदि ग्राउंड फ्लोर पर रहने वालों की जिंदगी को प्रभावित करते हैं, वैसे ही सीढ़ियों की छत, लिफ्ट, रूम, ओवर हेड पानी की टंकी आदि ऊपर के फ्लोर पर रहने वालों की जिंदगी पर असर डालते हैं। इन सब चीजों का ध्यान भी यह निर्णय लेते समय रखना जरूरी है कि इस आधार पर घर के किस हिस्से को किराए पर देना ठीक रहेगा।