टेक्नोलॉजी तेजी से घरों में अपना रास्ता बना रही है। टीवी, रेफ्रिजरेटर, एसी, स्पीकर्स आदि से आगे बढ़कर आज हमारे पास है स्मार्ट टीवी, स्मार्ट रेफ्रिजरेटर, स्मार्ट एसी, स्मार्ट स्पीकर्स जैसी तकनीकी रूप से समृद्ध चीजें। "स्मार्ट" शब्द का तात्पर्य यह है कि आप उस इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेस से फिजिकल इंटरैक्शन, जैसे अपनी आवाज मात्र से जल्दी और ज्यादा काम ले सकते हैं। अब बात आती है कि किस तरह से हम ऐसे ढेर सारे स्मार्ट प्रॉडक्ट्स में से सही को चुनें? आर्किटेक्ट ओनल कोठारी, इसमें आपकी मदद कर रही हैं…
- प्लान
किसी भी स्मार्ट अप्लायंसेस को खरीदने से पहले आवश्यकताओं के अनुसार एक सूची बनाई जानी चाहिए कि घर में कौन-कौन से स्मार्ट उपकरण लाने हैं। जैसे इंडोर या आउटडोर के लिए आपको एक सिक्योरिटी कैमरे की जरूरत है, जिसमें ज्यादा से ज्यादा रिकॉर्डिंग बैकअप और स्टोरेज हो। लेकिन इसके अंतर्गत आने वाले सेंसर लाइटिंग सिस्टम या मिनि वाई-फाई प्लग की जरूरत आपको वाकई है या नहीं। यह जानना जरूरी है कि अपने घर की आवश्यकता के अनुसार ही किसी प्रॉडक्ट को प्राथमिकता दें। - वायर्ड इंफ्रास्ट्रक्चर या वायरलेस इंफ्रास्ट्रक्चर
वायर्ड इंफ्रास्ट्रक्चर, जब बतौर टेक्नोलॉजी देखा जाता है, तो यह एक बिल्डिंग ब्लॉक लगता है। इसे अनुभवी इलेक्ट्रीशियन या डिजाइनर द्वारा इंस्टॉल किया जा सकता है। प्रतिक्रिया का समय घर में लगभग हर जगह बराबर है, जहां इसे कनेक्ट किया जाता है। यह फ्लक्चुएट नहीं करता। हालांकि अगर यह गिरकर क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो जरूर पता लगाने में समय लगता है कि गलती किस बिंदु पर है। मौजूदा स्ट्रक्चर के साथ ही इसे इंस्टॉल किया जा सकता है, इसके लिए अलग से किसी फेरबदल की जरूरत नहीं होती। वायरलेस कनेक्टिविटी से फायदा ये होता है कि उपयोगकर्ता घर में कहीं भी हो, प्रॉडक्ट से कितनी भी दूरी पर हो, सिग्नल की समस्या या कनेक्टिविटी टूट जाने पर भी सुविधानुसार उस उपकरण का उपयोग कर सकता है। अगर समस्या आती भी है, तो वह प्लास्टर बोर्ड, फॉइल-बैक इंसुलेशन जैसी कंसट्रक्शन मटेरियल से जुड़े कारणों की वजह से आ सकती है, जिनकी वजह से सिग्नल लूज़ हो सकते हैं। - बजट
अगली महत्वपूर्ण बात है – बजट। सैकड़ों-हजारों गजेट्स हैं, जो मार्केट में उपलब्ध हैं। बस, खरीदने से पहले सभी प्रॉडक्ट की कीमतों, उसकी कमियों-खूबियों, में तुलनात्मक अंतर करके देख लें। कोई प्रॉडक्ट अपनी कीमतों के साथ उसकी स्टोरेज क्षमता, बैटरी बैकअप, कलर, वाईफ़ाई रेंज और मटेरियल के उपयोग के जरिए प्रभावित करते हैं। इस भीड़ में से अपने घर के लिए बेस्ट प्रॉडक्ट चुनने के लिए सबसे अच्छा तरीका है ऑनलाइन रिव्यू को जांचना, जहां आपको लोगों की उस प्रॉडक्ट को लेकर ढेर सारी प्रतिक्रियाएं मिल जाएंगी। - संबंधित बातें
स्मार्ट होम टेक्नोलॉजी को अपनाने से पहले कुछ बातों के बारे में परिवार के सभी सदस्यों का जानना जरूरी है, जैसे – ऑडियो सेक्शन में, मल्टीरूम प्ले ऑप्शन मौजूद होता है, जिसके जरिए आप किसी भी गाने या मूवी ऑडियो को अलग-अलग कमरों में एक जैसा सुन सकते हैं। इसके साथ ही आप स्पीकर्स को वॉल के अंदर इंस्टॉल करवा सकते हैं, जो दिखाई नहीं देंगे सिर्फ ऑडियो ही सुनाई देगा। विजुअल सेक्शन में, 4K (विथ और विदाउट HDR) से लेकर 1080P तक इंटीग्रेटेड OS सॉफ्टवेयर या सामान्य I/O, OLED या LCD, के साथ अलग-अलग चौड़ाई वाले उपलब्ध हैं, बस जरूरत होगी आपकी पसंद की। उस प्रॉडक्ट का चुनाव करें, जो आपके घर की जगह और उपयोगिता पर फिट बैठता हो। कई अलग-अलग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए इंटीग्रेटेड सॉफ्टवेयर के साथ स्मार्ट टीवीज़ का चयन कर सकते हैं। बात करें लाइटिंग ऑप्शन की, तो इसके भी ढेर सारे विकल्प उपलब्ध हैं। एनर्जी-सेविंग डिमर से लेकर चमकती हुई रोशनी वाले, स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम के जरिए आप कमरे का मूड भी बदल सकते हैं, बस अपने स्मार्टफोन पर एक क्लिक की मदद से। पूरे दिन के लिए सिस्टम में प्री-लोड भी किया जा सकता है। - कार्यान्वित करना
हम समय के साथ और भी व्यस्त होते जा रहे हैं, ऐसे में स्मार्ट हीटिंग कंट्रोल बहुत जरूरी हो गया है। आजकल स्मार्टफोन के जरिए भी लोग दूर बैठकर घर के कमरों का तापमान एडजस्ट कर सकते हैं और पहले ही अपनी इच्छानुसार कमरे के तापमान को सैट करके रख सकते हैं। घर में क्लीनिंग की प्रोसेस के वक्त या घर को शिफ्ट करने पर भी आपको किसी भी डिवाइस के बस स्थान बदलने की जरूरत होती है और वह दोबारा काम करना शुरू कर देगा।