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फर्नीचर खरीदने से पहले जो सबसे बड़ी उलझन सामने आती है, वो होती है- उसके मटेरियल का चुनाव। कितने समय तक कौन-सा मटेरियल टिकेगा, कितने समय तक वह स्टाइल बरकरार रहेगी, इस आधार पर फर्नीचर खरीदा जाता है। कुछ फर्नीचर उनकी डिजाइन की वजह से खूबसूरत लगते हैं, तो कुछ ट्रेंडी लगते हैं, तो कुछ क्लासिक भी होते हैं। क्लासिक मटेरियल वाले फर्नीचर को श्रेष्ठ की श्रेणी में रखा जाता है, क्योंकि वे आज भी और कल भी खूबसूरत तो लगते ही हैं, समय के साथ इनकी कीमत भी बढ़ जाती है। इन्हीं में से एक क्लासिक फर्नीचर की कतार में आता है- महोगनी फर्नीचर, जो कि सालोंसाल चलने वाला हार्डवुड माना जाता है…
- महोगनी बहुत मुश्किल से मिलने वाली लकड़ी है, जो अपने खूबसूरत ग्रेन, रेडिश ब्राउन कलर की वजह से जानी जाती है। यह फर्नीचर एक पारंपरिक लुक देता है। इसके एंटीक होने के कारण ही इसे कंटेंपररी रूम डिजाइन करते वक्त ज्यादातर यूज किया जाता है।
- महोगनी फर्नीचर थोड़ा महंगा होता है, इसलिए सलाह दी जाती है कि अगर एस्टेट सेल, एंटीक शो या विंटेज फ्ली मार्केट में से इसे सेकंड-हेंड खरीदा जाए, तो रीज़नेबल पड़ता है। महंगे होने की वजह से ही कई ऑनलाइन या अखबारों में इसकी नीलामी होने का विज्ञापन दिया जाता है, आप वहां से भी इसे खरीद सकते हैं।
- अगर आप एंटीक फर्नीचर खरीदने जा रहे हैं, तो ध्यान रखें महोगनी एसोसिएशन द्वारा इशु किए जाने वाले फर्नीचर ही सही होते हैं।
- ज्यादातर महोगनी फर्नीचर दो वैरायटीज़ में उपलब्ध हैं – अफ्रीकन और साउथ अमेरिकन। साउथ अमेरिकन महोगनी का इस्तेमाल फाइन फर्नीचर में किया जाता है। कैरेबिअन या वेस्ट इंडियन महोगनी इसकी तीसरी वैरायटी है, जोकि बहुत मुश्किल से मिलती है। ये जरूरत से ज्यादा कटी (ओवर-हार्वेस्टेड) होती है।
- कार्विंग और फिनिशेस के लिए महोगनी को सर्वश्रेष्ठ लकड़ी के तौर पर जाना जाता है। जाने-माने केबिनेटमेकर्स वॉलनट को महोगनी से रिप्लेस करके खूबसूरत फर्नीचर तैयार कर रहे हैं।
- अक्सर महोगनी फर्नीचर को पारंपरिक स्टाइल में तैयार किया जाता है, मगर आजकल इन्हें इस तरह खूबसूरत डिजाइन दिया गया है कि वे किसी भी डेकोरेटिंग स्टाइल का हिस्सा बन जाते हैं। अगर आपका बजट कम है और रूम अलग-अलग स्टाइल से डेकोरेट किया जा चुका है, तो कुछ महोगनी एक्सेंट पीसेस को शामिल करें, जैसे सोफा टेबल या नाइटस्टैंड आदि।
- महोगनी फर्नीचर ड्यूरेबल भी है। महोगनी से तैयार डाइनिंग रूम टेबल और अलमारी एक बेहतर इन्वेस्टमेंट भी होगा, दूसरी तरफ ये बड़े फर्नीचर आकर्षण का केंद्र भी बनेंगे।
- महोगनी फर्नीचर में ऑरनेट कार्विंग बहुत जल्द ही कमरे में ड्रामा और इंटेरेस्ट क्रिएट करने का काम करते हैं।
- सभी लकड़ियों की तरह ही महोगनी फर्नीचर को भी विशेष देखभाल की जरूरत होती है। नमी के दौरान महोगनी फर्नीचर में विस्तार (एक्सपेंशन) और संकुचन (कंट्रेक्शन) की समस्या आती है। सर्दियों में इस समस्या से बचने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें। कमरे में हीटर का इस्तेमाल कर रहे हों, तब तो यह और भी जरूरी हो जाता है।
- समय-समय पर महोगनी वुड को रीफिनिश भी करवाते रहें। सीलेंट अप्लाई करने से पहले वुड को अच्छी तरह साफ कर लें, ताकि धूल-मिट्टी के कण हट जाएं। वॉटर-बेस्ड सीलेंट वातावरण के अनुकूल माने जाते हैं, जिनमें अल्ट्रा-वॉयलेट प्रोटेक्शन या ऑइल-बेस्ड सीलेंट्स भी होता है। इससे लकड़ी को जल्दी सूखने में मदद भी मिलती है और ये नमी विरोधी भी होता है।
- महोगनी वुड पर घर्षण वाले या सख्त क्लीनर का उपयोग न करें, इससे वुड का कलर प्रभावित हो सकता है। वुड क्लीनिंग के वक्त मैन्यूफैक्चर गाइडलाइन अवश्य पढ़ें।
- विदेशी पदार्थ का इस्तेमाल लकड़ी की प्रोटेक्टिव फिनिश को खत्म कर देता है, जिससे कुछ समय बाद ही वुड डेमेज नजर आने लगता है। इसके बजाए विनेगर और गर्म पानी मिलाकर मिश्रण में कपड़े को डुबोकर फिर वुड को क्लीन करें। विनेगर, नैचुरल क्लीनर माना जाता है, जो वुड के लुक को मेंटेन रखता है।