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सदियों से अपोस्ट्री, फर्नीचर को कवर करने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान देती आई है। यह वो कला है, जो सालों पहले विकसित हो चुकी थी। अपोस्ट्री यानी असबाब, इसे कमरे का साजो-सामान भी कहा जा सकता है। एक सजावटी कपड़ा, जिसका रूप-रंग उसकी तासीर और फर्नीचर के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है। घर के अंदर की सजावट अब पहले से कहीं ज्यादा आरामदायक हो गई है, इसमें अपोस्ट्री इंटीरियर डेकोरेशन का हिस्सा बनकर अहम रोल प्ले करती है। नया फर्नीचर खरीदने से कहीं बेहतर होता है उस पुराने हो चुके फर्नीचर की अपोस्ट्री को नया कर देना, उसके फैब्रिक को बदल देना। यदि आप घर के फर्नीचर को एक बार फिर से नए जैसा करना चाह रहे हैं, तो जरूरत है एक उम्दा और सूटेबल अपोस्ट्री के चयन की, जिसके लिए बाजार में आपको इसके कलर, ट्रेंड, पैटर्न, डिजाइन के ढेर सारे विकल्प मिलेंगे। कैसे इसकी खरीदी एक मजेदार अनुभव बन सकती है, जानते हैं आय एम, द सेंटर फॉर अप्लाइड आर्ट्स की क्रिएटिव डायरेक्टर पूनम कालरा से। पूनम आपको बताएंगी कि कैसे सामान्य बातों की मदद से अपने घर को री-अपोस्टर किया जा सकता है…
- कलर
ग्लोबल कलर अथॉरिटी पेंटॉन ने यह दावा किया है कि अल्ट्रावॉयलेट, 2018 का कलर ऑफ द इयर है। वॉयलेट (बैगनी), लाइलैक (नीले रंग का), परपल (जामुनी) और रेड यानी लाल रंग इसके प्राथमिक कलर हैं। अगर ब्राइट कलर पहले से ही है, फिर भी आप घर में कुछ और ऐसे ही रंगों को जोड़ना चाह रहे हैं, तो यह ट्रेंड आपके लिए ज्यादा काम कर सकता है। नैचुरल अर्थ टोन भी आजकल ट्रेंड में है। - पैटर्न
ऐसे पैटर्न को चुनें, जिन्हें आप लंबे समय तक घर में देखना चाहते हैं। बात अपोस्ट्री की हो रही है, तो इसमें जैक्वॉर्ड वूवन ब्रोकेड्स, डमास्क्स, स्ट्राइप्स, ट्वीड्स और टिशु पिक मोटिफ्स की तरफ जाया जा सकता है। - डिजाइन
पिक्सेल सोफा, ग्रेब्स जैसे कंटेंपररी डिजाइन के साथ कलर का एक वर्चुअल इंपैक्ट तैयार होता है, जो सबका ध्यान आकर्षित करता है। हाई-टेक और क्रिएटिव लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं। फर्नीचर के री-अपोस्टर में कारपेट को भी शामिल करें। एनीमल लवर यानी पशुप्रेमी, अपने फर्नीचर में फॉक्स-फर डिजाइन को शामिल करके उसे रिनोवेट कर सकते हैं। - मटेरियल
किसी भी अपोस्टर्ड पीस का फैब्रिक, सबसे ज्यादा विजिबल होता है, इसलिए इसकी क्वालिटी और स्टाइल का विशेष ध्यान रखें। जब अपोस्ट्री का चयन कर रहे हैं, तब इसकी ड्यूरेबिलिटी, नमी को अवशोषित करने की क्षमता और कपड़े के रंग फीके पड़ जाने जैसी महत्वपूर्ण बातों को नजरअंदाज न करें। यूं तो दो तरह के अपोस्ट्री फैब्रिक मार्केट में उपलब्ध होते हैं- एक नैचुरल और दूसरा सिंथेटिक। यहां कुछ अलग-अलग तरह के अपोस्ट्री मटेरियल के बारे में बताया गया है, जिन्हें ध्यान में रखकर आप अपनी पसंद को चुन सकते हैं –
लैदर यानी चमड़ा, यह नैचुरल ड्यूरेबल फैब्रिक है, जिसे आसानी से क्लीन किया जा सकता है। इसकी खास बात यह है कि यह समय के साथ सॉफ्ट बना रहता है।
इस नैचुरल फाइबर की रजिस्टेंट क्षमता अच्छी होती है, जिसकी वजह से रंग छोड़ने जैसी समस्या से भी बचा जाता है। लेकिन इसकी ड्यूरेबिलिटी और यूज, वेव और फिनिश पर निर्भर करता है। कॉटन, कैजुअल और फॉर्मल डेकोर दोनों में ही अपनी जगह बना लेता है।
ये मजबूत और फैमिली-फ्रैंडली फैब्रिक होते हैं। इसकी दाग-प्रतिरोधक क्वालिटी की वजह से इसे रोजाना उपयोग करना आसान हो जाता है।
इसे सबसे ज्यादा डेलीकेट फैब्रिक माना जाता है, इसलिए केवल फॉर्मल-लिविंग रूम में इसे उपयोग करने की सलाह दी जाती है। यहां तक कि अगर इसमें नमी चढ़ जाए, तो घर पर साफ करने के बजाए प्रोफेशनल की मदद लेने की सलाह दी जाती है।
डुप्लीकेट वुलन के तौर पर इस सिंथेटिक फाइबर को विकसित किया गया था। इसकी गुणवत्ता इसे न तो सिकुड़ने देती है, न इसके रंग को फीका होने देती है, यहां तक कि इसमें नमी जैसी समस्या भी नहीं आती।
पॉलिएस्टर एक लोकप्रिय सिंथेटिक कपड़ा है। इसका फाइबर बहुत मजबूत और टिकाऊ होने के लिए जाना जाता है। पॉलिएस्टर भी अपनी विशिष्ट क्षमता के लिए जाना जाता है। यह कम रखरखाव, आसान देखभाल कपड़े के रूप में एक अच्छा विकल्प माना जाता है। यह बहुत जल्दी ही सूख भी जाता है। पॉलिस्टर अपने आकार को बरकरार रखता है
रेशम, लिनन और कपास की नकल करने के लिए यह विकसित किया गया। यह बहुत टिकाऊ होता है।