Image: The First Ferry
एक घर दोस्तों, परिवारजनों और मेहमानों के बीच परस्पर घनिष्ठ और औपचारिक-अनौपचारिक संबंधों का केंद्र होता है। फाॅल्स सीलिंग जरूरत के मुताबिक लोगों को कंफर्ट देती है। प्रीमियम डिजाइन हाउस द फर्स्ट फेरी के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रतीक चौधरी मानते हैं कि सीलिंग्स अनुपयोगी जगह का एक बड़ा कैनवास है। इन पर कई तरह से एक्सपेरिमेंट किए जा सकते हैं। ये भी ध्यान रखने वाली बात है कि लो सीलिंग इंटीमेसी का अहसास कराती हैं, वहीं हाई सीलिंग फॉर्मेलिटी का। फाॅल्स सीलिंग के जरिए विभिन्न पैटर्न भी क्रिएट किए जा सकते हैं।
- सीलिंग हाइट के जरिए घर को चौड़ा या संकरा दर्शाया जा सकता है। सीलिंग हाइट हमेशा घर की लंबाई-चौड़ाई के अनुपात में होनी चाहिए, ताकि आरामदायक लगे।
- सीलिंग में खांचे और लाइनें बनाकर उनमें लाइट लगाने और रिफ्लेक्टिंग लाइटिंग के जरिए एक्सपेरिमेंट किया जा सकता है।
- सीलिंग हाइट लोगों के बीच में सोशल डिस्टेंस से भी संबंधित होती है। बेडरूम जैसे प्राइवेट रूम की तुलना में एक कॉमन सेमी-प्राइवेट रूम ज्यादा हाइट वाला हो सकता है।
- स्टोरेज यूनिट या लाफ्ट भी सीलिंग हाइट को कम-ज्यादा कर सकते हैं। किसी पैंटहाउस या बंगले में ये फ्लोर और सीलिंग के बीच में बनाए जा सकते हैं। अगर आप सीलिंग हाइट कम रखना चाहते हैं, तो इन्हें कम से कम दो फीट गहरा बनवाएं।
- दो आले एक के ऊपर एक बनवाएं। अगर हर एक आला 6 फीट 3 इंच का है, तो मेन सीलिंग 13 फीट की होगी, जो कि एक बेहतरीन पब्लिक स्पेस बनाएगी।
- सीलिंग को नीचा करने के बजाय फर्श के लेवल को स्टेप बनाकर ऊंचा उठाएं। इन स्टेप्स के नीचे स्टोरेज स्पेस बनाया जा सकता है।
- अलग-अलग तरह की बीम भी फाॅल्स सीलिंग हाइट की तरह अहसास करा सकती हैं।
- 10-11 फीट सीलिंग वाले पब्लिक गैदरिंग वाले बड़े कमरों की तुलना में सात या साढ़े सात फीट ऊंची सीलिंग वाले कमरे ज्यादा कम्फर्ट और खूबसूरत लगते हैं।