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योग एक प्राचीन भारतीय जीवन-पद्धति है, जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने (योग) का काम होता है। योग के माध्यम से शरीर, मन और मस्तिष्क को पूर्ण रूप से स्वस्थ किया जा सकता है। तीनों के स्वस्थ रहने से आप खुद को स्वस्थ महसूस करते हैं। लेकिन, योगा के लिए एक खास जगह की भी जरूरत होती है, जहां आप शांति से योगा कर सकें। अब घरों में अलग से योगा रूम भी बनाए जाने लगे हैं, लेकिन बहुत से लोग योगा रूम की डिजाइन वैसे नहीं कर पाते, जैसा कि इसे होना चाहिए। इसी के चलते योगा रूम के बारे में जयपुर की इंटीरियर डिजाइनर दीक्षा खत्री के ये टिप्स आपके काफी काम आएंगे।
1. योगा रूम में एक बड़े साइज का मिरर होना चाहिए, क्योंकि इसकी मदद से आप शारीरिक मुद्रा को देख सकेंगे। अगर घर में योगा रूम के लिए अलग से कोई जगह नहीं है, तो आप अपने बेडरूम में ही योगा के लिए एक जगह फिक्स कर सकते हैं।
2.अगर गार्डन में योगा करते हैं, तो यह आपके लिए ज्यादा फायदेमंद है, क्योंकि हरियाली का सीधा असर दिमाग पर होता है।
3. योगा के लिए कार्पेट की जगह लकड़ी का फ्लोर अच्छा विकल्प है, क्योंकि कार्पेट पर बहुत जल्दी धूल चिपक जाती है। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि हार्ड सर्फेस पर किया जाने वाला योगा सही और असरदार होता है।
4. योगा करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उस कमरे में आस-पास चमकीले कलर न हों। क्योंकि इन कलर्स के चलते दिमाग स्थित नहीं रह पाता।
5. योगा रूम सादा और सिंपल होना चाहिए। रूम से ऐसे डेकोरेटिव आइटम्स हटा दें, जिससे कि आपका ध्यान भटकता हो। यानी कि योगा रूम एक खाली कैनवास की तरह होना चाहिए।
6. योगा रूम में अधिक खुशबू नहीं होना चाहिए। कमरे में ऐसी हल्की महक हो, जो आपके दिमाग को शांति प्रदान करे, न कि भटकाए।
7. योगा रूम की लाइटिंग पर भी खास ध्यान दें, क्योंकि इसका असर भी आपके दिमाग पर पड़ता है। कोशिश यही करें कि कमरे में हल्की लाइट हो। अगर नैचुरल लाइट में योगा करते हैं, तो इससे अच्छा ऑप्शन हो ही नहीं सकता।
8. आमतौर पर लोग म्यूजिक, इंस्ट्रूमेंटल सुनते हुए योगा करना पसंद करते हैं। लेकिन, एक बात का ध्यान रखें कि म्यूजिक की आवाज धीमी रहे, जिससे कि आप दिमाग को स्थिर व शांत रख सकें।