Photograph: Shutterstock
लेदर और लेदरेट दोनों ही अलग-अलग मटेरियल हैं। इन दोनों के बीच के फर्क को समझा रही हैं आर्किटेक्ट मृणमायी वाडवेकर ....
- असली लेदर, यानी चमड़ा जानवरों की त्वचा से बनाया जाता है, जबकि लेदरेट पीवीसी से बनता है, जो एक प्रकार का प्लास्टिक है।
- लेदरेट न सिर्फ दिखता प्लास्टिक जैसा है, बल्कि महसूस भी वैसा ही होता है, इसके उलट लेदर नर्म होता है।
- लेदरेट को कई नामों से जाना जाता है- फेक लेदर, फॉक्स लेदर, पीयू लेदर या इमिटेशन लेदर।
- लेदर की कीमत लेदरेट से सामान्यत: 3 से 10 गुना ज्यादा हो सकती है। लेदर की कीमत 450 रुपए से लेकर 600 रुपए प्रति स्क्वैयर फीट हो सकती है, जबकि लेदरेट की कीमत मात्र 25 रुपए से 150 रुपए की रेंज में होती है।
- लेदर वॉटरप्रूफ नहीं होता और धूप व नमी से खराब हो सकता है, वहीं लेदरेट वॉटरप्रूफ भी होता है और कई कैमिकल की कोटिंग से तैयार होता है, जिसे ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती।
- लेदर नैचुरल प्रोडक्ट है और बायोडिग्रेडेबल यानी डी-कंपोस्ट है, लेकिन लेदरेट वातावरण में सदा बना रहता है और खत्म नहीं हो पाता।
- लेदर सिर्फ नैचुरल रंगों में ही पाया जाता है, लेकिन लेदरेट कई तरह के रंगों में मौजूद है। उस पर कई तरह की डाई की जा सकती है।
- लेदर काफी स्ट्रैचेबल यानी लचीला होता है, लेकिन लेदरेट इतना लचीला और मजबूत नहीं होता।