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पाउडर रूम किसी घर में रहने वालों की लाइफ स्टाइल और ब्रांड इमेज को दर्शाता है कि मकान जिस व्यक्ति का है, उसके पास एम्बेसेडर कार होगी या फिर मर्सिडीज बेंज। पाउडर रूम दरअसल एक ड्राय टॉयलेट होता है, जिसमें एक WC सीट होती है, एक वाॅशबेसिन और एक यूरिनल होता है। आर्किटेक्ट मनमोहन खन्ना बता रहे हैं एक बेहतरीन पाउडर रूम के लिए 6 टिप्स...
- सबसे पहली और अहम बात, पाउडर रूम की लोकेशन सबसे महत्वपूर्ण है। ऐसी लोकेशन का चयन करें, जो यूजर को प्राइवेसी दे सके। आइडियल लोकेशन हॉल, लॉबी या विजिटर रूम के पास हो सकती है। ये घर की साइड एंट्रेस या ड्रॉइंग रूम के पास हो सकता है।
- दूसरी बात, डिजाइन इस तरह से होनी चाहिए कि वह ज्यादा से ज्यादा आरामदायक और खूबसूरत लगे। इस रूम में सिम्पल वॉल, टाइल्स और WC शीट से मिलते-जुलते फ्लोर टाइल्स होने चाहिए। इंग्लिश WC और उसके अनुपात में वाॅश बेसिन के साथ दीवार में मिरर होना बेहतर है।
- जहां तक हो सके, कोशिश करें कि वाॅशबेसिन के ऊपर नैचुरल लाइट और बढ़िया वेंटिलेशन हो।
- अगर जगह की कमी हो और पाउडर रूम को साइड एंट्रेस के पास न बनाया जा सके, तो उसे दो रूम के बीच में बनाया जा सकता है। ऐसी स्थिति में एक डक्ट बनाकर उसमें एग्जॉस्ट फैन ऊपर की ओर लगाना चाहिए। दीवारों पर शीशे लगाकर जगह को बड़ा दिखाया जा सकता है।
- पाउडर रूम में लक्जरी फील लाने के लिए मार्बल या ग्रेनाइट की फ्लोरिंग करवाएं। नैचुरल फ्लो के लिए लिविंग एरिया के फ्लोरिंग ऑप्शन का यूज करें।
- पाउडर रूम देखने में काफी सौम्य लगना चाहिए। इसका आइडियल साइज 4ft6 x 6ft6 होना चाहिए। यहां पर ज्यादा सजावट करने की कोशिश न करें। गेस्ट को अपना सामान रखने के लिए भी कुछ जगह छोड़ें।