Aman Gandhi
Architect
Anchor: Priya Arya
Photograph: Shutterstock

अक्सर घर में कमरों की सजावट पर काफी ध्यान दिया जाता है, लेकिन स्टडी रूम की सजावट को अनदेखा कर दिया जाता है। जबकि स्टडी रूम भी घर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां हम पेपर वर्क, कम्प्यूटर वर्क से लेकर रीडिंग-राइटिंग भी करते हैं, इसलिए स्टडी रूम बनाने और उसकी सजावट में कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। आर्किटेक्ट अमन गांधी के ये सिंपल टिप्स आपके स्टडी रूम को परफेक्ट बना सकते हैं...
 
  1. दरवाजे और खिड़कियां:
    स्टडी रूम के दरवाजे की चौड़ाई 3 फीट और लंबाई 9 फीट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। एक बात का खासतौर पर ध्यान रखें कि स्टडी रूम का दरवाजा दीवारों के बीचों-बीच न होकर साइड में हो, जिससे आस-पास से निकलने वाले सदस्यों से डिस्टर्ब न हों। वहीं, खिड़कियों में ग्लास शटर भी इस तरह फिट हों कि धूल-मिट्‌टी रूम में न आए। अगर रूम के बाहर काफी शोरगुल का माहौल हो, तो खिड़कियों में डबल ग्लास लगवाएं। ग्लास की चमक को रोकने के लिए खिड़कियों पर फिल्म भी लगवा सकते हैं।
  2. फ्लोरिंग:
    स्टडी रूम में आमतौर पर मार्बल टाइल्स और वुडन फ्लोरिंग का उपयोग किया जाता है, क्योंकि ये मजबूती के साथ रूम को प्रॉपर लुक भी देते हैं। आप चाहें तो अलग-अलग कलर के सिरेमिक टाइल्स से फ्लोरिंग की खूबसूरती और भी बढ़ा सकते हैं।
  3. लाइट एंड वेंटिलेशन:
    किसी भी रूम को स्पेशल बनाने के लिए लाइट एंड वेंटिलेशन सबसे महत्वूपर्ण हिस्सा हैं। यही बात स्टडी रूम पर भी लागू होती है। क्योंकि, रीडिंग-राइटिंग के लिए लाइटिंग और वेंटिलेशन सबसे जरूरी हैं। वेंटिलेशन के लिए रूम में एक या उससे ज्यादा विंडोज होनी ही चाहिए, या 4 मीटर का ओपन बरामदा हो। दिन के वक्त रूम के अंदर सूरज की रोशनी आनी चाहिए, यह पॉजीटिव एनर्जी का अच्छा स्रोत होता है। रिफ्लेक्शन को अवॉइड करें, इससे आंखों पर जोर पड़ेगा।
  4. कलर:
    रूम को आकर्षक बनाने के लिए लाइटिंग के साथ-साथ कलर की भी खास जगह है, क्योंकि कलर ही लाइटिंग को रिफ्लेक्ट करता है, इसीलिए कमरे में कभी भी डार्क कलर का यूज न करें। हल्का ग्रे और ब्लू कलर दीवारों के लिए काफी उपयुक्त है। वहीं, फर्नीचर का कलर भी कमरे की मैचिंग का रखेंगे, तो आप पूरे रूम को शानदार लुक में पाएंगे।
  5. स्टडी टेबल और चेयर:
    घर में ज्यादा फर्नीचर परेशानी भी बन जाते हैं, जिसका कारण उनका व्यवस्थित रूप से न होना है। यही परेशानी स्टडी रूम के फर्नीचर प्लेसमेंट के समय आती है। स्टडी रूम के लिए जरूरी है कि टेबल ऐसी जगह हो, जहां सूर्य की रोशनी पहुंचे, लेकिन चेयर इसके विपरीत होनी चाहिए। वहीं, टेबल में ही अधिक से अधिक ड्रॉअर की सुविधा होनी चाहिए जिससे कि स्टडी रूम का सारा सामान व्यवस्थित रूप से रखा जा सके। बात अगर चेयर की करें, तो यह आरामदायक होनी चाहिए, लेकिन इतनी भी नहीं कि इस पर बैठने के कुछ देर बाद भी नींद आने लगे। स्टडी रूम में एक नोटिस बोर्ड भी जरूर लगाएं, जिसकी सहायता से आप अपने आपको हमेशा अपडेट रख पाएंगे।
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About the author
Aman Gandhi
Architect

<div>An alumnus of Aayojan School of Architecture, Jaipur, Aman Gandhi established his firm Design Depiction in the same city in 2008. He, along with his team, undertakes both architectural and interior projects. His portfolio is diverse, and includes educational institutions, factories, warehouses, retail outlets, hospitality spaces and residences.</div>

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