Photograph: iStock & courtesy Fenesta (UPVC window)
आर्किटेक्ट अमन गांधी कुछ मटेरियल्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें घरों में खिड़कियां बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है...
1 वुड (लकड़ी) :
इस तरह की विंडो पारंपरिक और कलात्मक होती हैं। लकड़ी एक अच्छी इंसुलेटर होती है और मेटल की तरह ठंडी या गर्म नहीं होती। आमतौर पर घरों और विलाज में यूज होने वाली लकड़ी को चमकदार बनाए रखने के लिए रेग्युलर मेंटेनेंस की जरूरत होती है।
2एल्युमिनियम :
लकड़ी के मुकाबले ये मटेरियल ज्यादा टिकाऊ, पतला, हल्का और आसानी से हैंडल हाेने वाला मटेरियल है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल कमर्शियल प्लेसेस जैसे ऑफिसेस, मॉल्स वगैरह में किया जाता है। ये ज्यादातर सिल्वर मैट फिनिश जैसे बेसिक कलर में ही मिलता है। लेकिन आजकल पाउडर कोटिंग टैक्नीक के कारण एल्युमिनियम विंडोज को कई शेड्स में कलर किया जा सकता है। इसकी एकमात्र खामी ये है कि ये एक पुअर इन्सुलेटर है और जल्दी से गर्म या ठंडा हो जाता है।
3UPVC ( अनप्लास्टिसाइज्ड पॉलीविनायल क्लोराइड) :
ये मटेरियल स्ट्रॉन्ग, ड्यूरेबल तो होता ही है, इसमें केमिकल, डस्ट और साउंड प्रूफ जैसी जरूरी क्वालिटी भी होती हैं। ये खारे पानी और पॉल्यूशन को भी बर्दाश्त कर लेता है। हालांकि UPVC जल्दी खराब नहीं होता, लेकिन इसको फ्रंट या मेन डोर्स में इस्तेमाल नहीं किया जाता क्योंकि ये काफी हल्का होता है और इसको रेग्युलर क्लीनिंग की भी जरूरत होती है।
4स्टील :
इस तरह की विंडो काफी ड्यूरेबल और मजबूत होती हैं। इन्हें ज्यादातर कमर्शियल जगहों पर यूज किया जाता है। ये अलग-अलग कलर्स में अवेलेबल होती हैं और महंगी भी होती हैं।
5फाइबर ग्लास :
ये आजकल का लेटेस्ट प्रोडक्ट है। बड़ी विंडोज के लिए ये आइडियल मटेरियल है क्योंकि ये काफी भार और दबाव सह सकता है और विनायल से ज्यादा बेहतर है।