Photograph: Shutterstock
इंडोर प्लांट्स को उनके प्रकार के अनुसार पानी देने की अलग-अलग तकनीक की आवश्यकता होती है। मारियो फर्नांडीस, फर्नटास्टिका गार्डंस लिमि. ने एक लिस्ट तैयार की है, जिसकी मदद से आप जान पाएंगे इंडोर प्लांट्स के जरूरी रखरखाव के बारे में...
- जब इंडोर प्लांट्स की देखभाल की बात आती है, तो इनमें पानी देना एक तरह का अनुभव और कला है। इनमें पानी की मात्रा इस बात पर निर्भर करेगी कि पौधा कितनी तेजी से नमी को अवशोषित करता है। एक पौधा, जिसके बढ़ने की क्षमता तेज है, उसे ज्यादा पानी की ज़रूरत होती है।
- जब मिट्टी की ऊपरी परत सबसे अधिक अपेक्षाकृत शुष्क होती है, तभी पानी दें। सुनिश्चित करें कि इंडोर प्लांट्स के पानी को ड्रेनेज होल तक पहुंचने के लिए पर्याप्त रास्ता दिया गया हो।
- हाथों से मिट्टी में छेद कर देखें कि वह कितना सूखा है। यदि एक खोखलेपन की ध्वनि है, तो पौधे को पानी की जरूरत है लेकिन, अगर आप एक हलकी आवाज सुनते हैं, तो समझिए पानी की मात्रा अधिक है। ये अलग बात है कि अगर मिट्टी को बर्तन में मजबूती से धकेल दिया गया है, तो आप हमेशा एक खोखलेपन वाली ध्वनि सुनेंगे।
- यदि पौधे की पत्तियां पीली हो रही हैं, तो आप ज़रूरत से ज्यादा पानी दे रहे हैं। जब तक कि मिट्टी काफी सूखी न हो, तब तक पानी न दें। पानी की अधिकता, मिट्टी के ऊपर काई या शैवाल बढ़ने का कारण बनती है, जो पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं। समय-समय पर एक छड़ी से पौधों की मिट्टी को ऊपर-नीचे करते रहें, ताकि उसमें हवा आती-जाती रहे।