Photographs: courtesy GA design
बच्चों का कमरा, जहां वे खेलते हैं, पढ़ते हैं, सोते हैं, ज़िंदगी के अनुभव लेते हैं, उनके व्यक्तित्व के हिसाब से सजाया जाना चाहिए। कमरा स्टायलिश भी हो और सुरक्षित भी होना चाहिए। शमी गोरेगांवकर, प्रोजेक्ट मैनेजर एंड डिजाइन स्ट्रेटजिस्ट, जीए डिजाइन, बच्चों की पसंद को ध्यान में रखकर फर्नीचर खरीदने के बारे में बता रहे हैं ...
- बच्चों के कमरे का फर्नीचर उनकी उम्र, रंगों की पसंद और थीम के आधार पर होना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि पिंक और रेड कलर के शेड लड़कियों को और ब्लू, ग्रीन या ब्लैक कलर लड़कों को पसंद होता है। हालांकि आजकल कई रंगों में फर्नीचर उपलब्ध हैं।
- कमरे का ले-आउट निर्धारित करना जरूरी है क्योंकि उसी के आधार पर कमरे में चलने-फिरने की जगह हो पाएगी। अगर कमरे में दो बच्चे रहते हैं और कमरा छोटा है, तो बंक बेड का इस्तेमाल करें। इससे स्टडी एरिया को भी स्टायलिश बनाया जा सकता है।
- एक ही बच्चा अगर कमरे में रहे, तो विंटेज और सोफेस्टिकेटेड फर्नीचर के साथ मॉडर्न और वाइब्रेंट रंगों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- कमरे की एक ही थीम हो, तो मैचिंग का फर्नीचर लें। हालांकि अगर कमरे में कई रंगों का कलेक्शन हो, तो और भी आकर्षक दिखेगा। स्टोरेज के लिए अलमारी या ड्रॉअर लेते समय बढ़ती उम्र के बच्चों की जरूरतों का भी ख्याल रखें। बेहतर यही है कि कमरे में ज्यादा से ज्यादा जगह हो।