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आज लगभग हर दूसरे घर में पालतू मिल ही जाएंगे। इन पालतू के घर में रहने से घर की रौनक और सुरक्षा भले ही बढ़ जाए, लेकिन घर के वातावरण में कुछ अच्छे तो कुछ विपरीत बदलाव जरूर आ जाते हैं। विष्णु दत्त त्रिपाठी, सेक्रेटरी, कैनल क्लब भोपाल, कुछ टिप्स बता रहे हैं जिनसे घर के वातावरण को कैट, डॉग, रैबिट या अन्य पालतू के अनुकूल बनाया जा सकेगा….
- वुडन फ्लोरिंग पालतू के लिए उत्तम इंसुलेटर का काम करती है।
- घर की खिड़कियाें पर स्क्रीन लगवाना भी जरूरी है क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि पेट्स खिड़कियों से छलांग लगा देते हैं।
- फिनाइल, बाथरूम क्लीनर्स, कीटनाशक स्प्रे आदि को छुपाकर रखें। संभव है कि पेट्स इन्हें अपने ऊपर गिरा लें, जोकि उनके शरीर के लिए काफी हानिकारक है। इसी तरह मेडिसिन और ट्रॉयलेट्रीज़ (प्रसाधन का सामान) को भी ऐसी जगह पर रखें, जहां उनकी नज़र न जाए।
- घर के बाहर ही कैट और डॉग की नियमित रूप से कॉम्बिंग करें, ताकि उनके बालों की धूल व गंदगी निकलती रहे, इससे उनके बाल भी कम गिरेंगे। डिटॉल मिले पानी में गीला कपड़ा करके उन्हें पोंछते रहें। इससे पेट्स के बैक्टीरिया खत्म होते रहेंगे, तो वह बीमार भी नहीं होगा।
- अगर पालतू के लिए अलग से रूम की व्यवस्था नहीं है, तो कम से कम 4 फीट बाय 4 फीट की एक विशेष जगह उनके लिए रखें। अगर फ्लैट में रहते हैं, तो फीमेल पेट्स को प्राथमिकता दें। टॉय ब्रीड जैसे मेल डॉग घर में ज्यादा जगह मांगते हैं।
- डाॅग के लिए रेडीमेड कैनल आते हैं, जो स्टील, वुडन और फाइबर के होते हैं। खरीदते वक्त ध्यान रखें कि इनका साइज़ डॉग की साइज़ से 4 गुना बड़ा लें।
- वहीं कैट के लिए आने वाला लिटर बॉक्स प्लास्टिक का होता है। जितनी साइज़ के लिटर बाॅक्स में कैट आसानी से बैठ जाए, उतना बड़ा बॉक्स लाना चाहिए। लिटर बॉक्स में 6 किग्रा रेत भरनी होती है। मार्केट में स्पेशली इंपोर्टेट लिटर सेंड मौजूद है, जो लिटर बॉक्स में रखी जाती है। इस रेत को हर महीने बदलना होता है।
- डॉग के लिए कैनल में बेडिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। मेंटेनेंस के तौर पर कैनल बेडिंग को रोजाना सामान्य साफ-सफाई की जरूरत होती है, ताकि उसमें फंगल और बैक्टीरिया न जमा हों।
- लिटर बॉक्स और कैनल को घर में ऐसी जगह रखना चाहिए, जहां सूर्य की रोशनी पड़ती हो, ताज़ी हवा आती हो तथा पेट्स सबकी नज़रों में बने रहें, ताकि उनकी एक्टिवटी सबको दिखाई देती रहे।
- अगर घर के आंगन में फल-फूल के पौधे लगे हैं, तो ध्यान रखें कि कुछ पौधे जैसे - मशरूम, कमल, ट्यूलिप, लिलीज़, कनेर (ऑलिएन्डर), सागू, बैगनी या सफेद फूलों वाला पौधा (फाक्स्ग्लव) पेट्स के लिए हानिकारक हैं। साथ ही गार्डन में खाद या यूरिया डालते वक्त ध्यान रखें कि पेट्स वहां न जाएं। घर की बाउंड्री वॉल को 4 फीट ऊंचा रखें।