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स्प्रिंग सीजन यानी बसंत ऋतु फरवरी से शुरू होकर अप्रैल तक रहती है। इस सीजन के आते ही पेड़ों पर नए पत्ते आ जाते हैं और पौधों पर फूलों की बहार छा जाती है। बसंत ऋतु, किसी चीज की पुनरावृत्ति का प्रतीक है। बसंत ऋतु के साथ प्रकृति में नयापन आता है, तो क्यों न इस खूबसूरत ऋतु के साथ घर के इंटीरियर में भी नया किया जाए, इससे जुड़े टिप्स दे रही हैं दीक्षा खत्री, इंटीरियर डिजाइनर....
- फर्नीचर के लिए, लकड़ी जैसे नैचुरल मटेरियल को चुनें। हैंडक्राफ्टेड शीशम के साथ विंडो सीट या बेड खूबसूरत लुक देगा।
- ग्लास या यूपीवीसी का इस्तेमाल फुल लेंथ विंडो के लिए किया जा सकता है, ताकि खिड़कियों से बाहर प्राकृतिक खूबसूरती को देखने का पूरा-पूरा मौका मिले।
- कमरे की बोरियत को दूर करने के लिए थ्री-डी आर्ट का प्रयोग करें।
- सफेद दीवार की नीरसता दूर करने के लिए कॉन्ट्रास्ट रंगों का प्रयोग करें।
- पीला रंग किसी भी दीवार पर इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही पीले रंग के कुशन, बैंबू लैंप, गिलास आदि का प्रयोग भी किया जा सकता है।
- इस सीजन में एनिमल प्रिंट वाले कार्पेट का प्रयोग करने से कमरा आकर्षक लगेगा।
- मिट्टी के बर्तनों, फूलदान का प्रयोग करने से लिंविंग एरिया और भी खूबसूरत लगेगा।
- डेनिम कपड़े का मटेरियल या धारियों वाले फर्नीचर के कवर इस्तेमाल करें।
- फर्नीचर की छोटी सी छोटी सेटिंग में भी बदलाव लाने से घर में अंतर पड़ जाएगा।
- बाथरूम के लिए रंगीन सामान लाएं। प्लेन और पुराने टॉवेल की जगह आकर्षक पैटर्न वाले टॉवेल का इस्तेमाल करें।