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घर में पालतू के रहने से घर सुरक्षित भी रहता है और उनके साथ समय बिताने से मन शांत भी। लेकिन उनके रहने से घर को अतिरिक्त साफ-सफाई की जरूरत होती है। थोड़ी सी सावधानी रखकर आप पालतू के रहते भी घर को हर वक्त साफ और सुथरा बनाए रख सकते हैं, बता रहे हैं विष्णु दत्त त्रिपाठी, सेक्रेटरी, कैनल क्लब भोपाल…
1. पेट्स घर में ला रहे हों, तो घर के परदे, फर्नीचर कवर्स, बेड-पिलो कवर, रग्स, पैट बेड्स, जैसे जरूरी सामानों के फैब्रिक होम वॉशेबल ही रखें।
2. पैट के घर को रोजाना वैक्यूम करना या सामान्य तरीके से साफ करना न भूलें।
3. कैट के नाखून बहुत शार्प होते हैं, वह सोफा या किसी दूसरे फर्नीचर के कवर को न फाड़े, इसके लिए फर्नीचर पर स्क्रैचिंग पैड लगाना न भूलें।
4. डॉग है, तो कार की सीट के लिए लैदर के डार्क कलर वाले कवर रखिए, ताकि उसके गिरे बालों को आसानी से साफ किया जा सके। कैट के लिए तो कैट बॉक्स साथ में रखना होगा।
5. पेट्स के गीला होने से या उनके फर के गिरने से बार-बार कारपेट की सफाई सिरदर्द बन जाती है। कमरों में वुडन फ्लोरिंग पेट्स के लिए ज्यादा सुरक्षित है, साथ ही इसे बार-बार साफ करना भी आसान होगा। इसके अलावा वुडन इन पेट्स के लिए इंसुलेटर का काम भी करती है। दरअसल पेट्स के शरीर का तापमान, हमारे तापमान से 2-3 डिग्री ज्यादा होता है, इसलिए इन पर क्लायमेट का असर जल्दी और ज्यादा होता है। वुडन फ्लोरिंग इनकी सेहत और सुरक्षा दोनों के लिए फायदेमंद है।
6. अगर घर में टाइल्स फ्लोरिंग है भी, तो कारपेट और रग का इस्तेमाल करें, जो लिनिन मटेरियल के बने हों।
7. जिस तरह टूट-फूट वाले सामानों को घर में छोटे बच्चों की पहुंच से दूर रखा जाता है, ठीक उसी तरह पेट्स की पहुंच भी उन तक नहीं होनी चाहिए। कीमती वास, अन्य नाजुक शोपीस को अलमारी में सुरक्षित रखें। पेट्स जैसे कुत्ते-बिल्ली, आसानी से ऊंची जंप कर जाते हैं, जो घर के इन सामानों की सेहत के लिए अच्छा नहीं है।
8. इसके अलावा घर के बाहर से पेट्स की रोज कॉम्बिंग करें, ताकि उनके बालों की धूल व गंदगी निकलती रहे, इससे उनके बाल भी कम गिरेंगे। डिटॉल मिले पानी में गीला कपड़ा करके उन्हें पोंछते रहें। इससे पेट्स के बैक्टीरिया खत्म होते रहेंगे, तो वह बीमार भी नहीं होगा।
9. छोटे पेट्स जैसे रैबेट की यूरीन से कारपेट में पड़ गए दाग-धब्बों को दूर करने के लिए हाइड्रोजन-पैरॉक्साइड अच्छा विकल्प है। साथ ही एक कप बेकिंग सोडा, आधा कप या तीन प्रतिशत हाइड्रोजन पैरॉक्साइड और एक छोटा चम्मच ईको-फ्रैंडली डिश लिक्विड की जरूरत होगी। पहले जहां दाग-धब्बे हैं, उस जगह को पेपर या रग से ढंक दें। अब पैरों से उसे ज़ोर से दबाएं, ताकि अतिरिक्त पानी सोख लिया जाए। उस हिस्से के पूरी तरह सूख जाने पर ऊपर से थोड़ा-सा बेकिंग सोडा छिड़कें। इसके बाद हाइड्रोजन पैरॉक्साइड और डिश लिक्विड को मिलाकर धीरे-धीरे धब्बे वाली जगह पर इस मिश्रण को डाल दें। अब स्क्रब ब्रश या कपड़े से रगड़ें और 10-15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें। थोड़ी देर बाद उस जगह पर वैक्यूम करें। गहरे दाग-धब्बों के लिए इस प्रक्रिया को दोहराना होगा।
10. लैंवेडर ऑइल, पेट्स के लिए बेहतर होते हैं। इससे उनके बालों का झड़ना कम होगा। घर में उनकी प्राकृतिक गंध को कम करने के लिए आप विशेष रूप से पेट्स के लिए बनाए गए एंज़ाइम- बेस्ड सुगंध को स्प्रे करें। घर के दाग-धब्बों को मिटाने के लिए इस्तेमाल होने वाले सिट्रस-एंजाइम क्लीनर को आप घर पर ही बना सकते हैं। 7 बड़े चम्मच ब्राउन शुगर, डेढ़ कप नीबू-संतरे के छिलके, 1 लिटर पानी। इन सबको मिलाकर एक बॉटल में भरकर रख लें। अगले तीन महीनों तक यह प्राकृतिक एंज़ाइम क्लीनर खराब नहीं होगा।