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दिनभर की थकान उतारने के लिए एक खूबसूरत लॉन से बेहतरीन जगह नहीं हो सकती। हालांकि इसे बनाने के लिए जानकारी, समय और धैर्य की जरूरत होती है। लैंडस्केप आर्किटेक्ट जूली देओस्कर बता रही हैं एक परफेक्ट लॉन बनाने की कुछ सिम्पल टिप्स...
- प्लांटिंग : पहले अपने लॉन की लोकेशन डिसाइड करें। यदि लॉन किसी स्लैब या टेरेस पर बनाना है, तो कट सेक्शन में 30 मिलीमीटर ड्रेन सेल्स, कम से कम 100 मिमी बजरी और 150 मिमी अच्छी भुरभुरी मिट्टी और बीज की परत बिछाई जानी चाहिए। अगर लॉन जमीन पर बनाना है, तो जमीन में शुरुआती तौर पर कम से कम 600-800 मिमी खुदाई करना चाहिए और वहां पर कचरा-कूड़ा, कंकड़-पत्थर साफ कर देना चाहिए। लेकिन अगर आप नया लॉन बनाने की जल्दी में हैं, तो टर्फ सबसे बेहतरीन ऑप्शन है। आप इसे साल के किसी भी समय लगा सकते हैं। हालांकि सबसे बेहतर समय बारिश या उससे थोड़ा पहले का है, ताकि घास अच्छी तरह उग जाए। बारिश इसे जल्दी बढ़ने में मदद करती है। एक और ऑप्शन है, सिनेडॉन घास जिसे आम भाषा में दूब कहा जाता है। ये काफी टिकाऊ होती है। ये घास तेज धूप सहन कर लेती है और जल्दी नहीं सूखती लेकिन इसको मेंटेन करना कठिन होता है।
- बीज : बीज बोने के लिए सबसे पहले लॉन एरिया का अनुपात माप लें। आमतौर पर एक वर्ग मीटर में 35 ग्राम बीज बोए जाते हैं। बीज बोने से पहले उसके पैकेट पर डिटेल देख लें।
- कम्पोज़िशन : 30% अच्छी मिट्टी, 30% गाय का गोबर या कोई ऑर्गेनिक या कम्पोस्ट खाद और 30% कोको पीट या नारियल की जटा का चूरा मिट्टी के लिए बेहतरीन कम्पोजिशन होता है।
- समय : लॉन उगाने के लिए मानसून सबसे बेहतर समय होता है। जितनी ज्यादा नमी और टेम्प्रेचर होगा, उतनी ज्यादा ग्रोथ अच्छी होगी। अगर रेडी विजुअल इफैक्ट चाहिए, कारपेट लॉन अच्छा रहेगा। समय और मौसम इजाजत दे, तो बीज के जरिए उगाना या बोना बेहतर विकल्प है। गर्मी के मौसम में सुबह या शाम के समय बीज बोना अच्छा होता है, वहीं सर्दियों में सुबह ही बीज बोना चाहिए।
- ड्रेनेज : इस बात को सुनिश्चित कर लें कि आपके लॉन में पानी जमा न होने पाए। इससे घास का रंग फीका पड़ सकता है या फिर वह मुरझा सकती है।
- सफाई : कारपेट लॉन के लिए बीजों को एक कतार में बोया जाना चाहिए। दो कारपेट के बीच में गैप नहीं होना चाहिए। इन्हें जंगली घास से बचाकर साफ रखना चाहिए। जब जड़ें जम जाएं, तो (प्लांटेशन के लगभग एक महीने बाद) इन्हें काटना-छांटना भी जरूरी है। इसके अलावा लॉन को बेहतर धूप मिले, इसके लिए गिरती हुई पत्तियों और कचरे से बचाना जरूरी है।
- सिंचाई : लॉन की ग्रोथ वातावरण में मौजूद नमी पर निर्भर करती है। लॉन को ढेर सारा पानी चाहिए होता है। पाइप के बजाय स्प्रिंकलर्स से सप्लाई करना बेहतर होता है। सुबह का समय लॉन में पानी देने के लिए सबसे अच्छा होता है क्योंकि सूरज घास को सूखने में मदद करता है और नमी नीचे बैठ जाती है। इस बात का ध्यान रखें कि मिट्टी की गुठली न बन पाए।
- प्लांट्स : भारतीय परिवेश के लिए कोरियन लॉन और एलीफेंट ग्रास सबसे बढ़िया हैं।
- कटाई- छंटाई : घास की छंटाई के लिए 10 नं. की ब्लेड सबसे अच्छी हाेती है। बगैर धार वाली ब्लेड का इस्तेमाल न करें, इससे घास की नोक खराब हो जाती है और वो पीली पड़ सकती है। एक आम लॉन की औसत ऊंचाई 2.5 सेमी होती है। वाहनों की ज्यादा आवाजाही की स्थिति में आप लॉन को ग्रास सेल्स में प्लांट कर सकते हैं।
- देखभाल : घास को 1 इंच का हो जाने पर सबसे ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। इससे खरपतवार और काई को फैलने से रोका जा सकता है। अगर आपका लॉन कुछ जगहों पर पतला है, तो आप उस जगह को भरने के लिए वहां बीज डाल सकते हैं। लॉन में बेहतरीन फिनिश के लिए अच्छे स्तर की लॉन घास और बीच का चुनाव करें।