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घर का नवीनीकरण भी कम खर्चीला काम नहीं है। रेनोवेशन की आवश्यकता के आधार पर घर मालिक एक औसत बजट लेकर चलता है। बाथरूम रेनोवेशन के लिए अगर वह हजारों का बजट लेता है, तो मल्टी-रूम रेनोवेशन में उसे लाख रुपए तक लग जाने की आशंका होती है। आपका बजट कहीं पर भी न गड़बड़ाए, इसके लिए करनी होगी मजबूत तैयारी। बेवजह के खर्चों और खर्चीली गलतियों को नजरअंदाज करने के लिए आर्किटेक्ट ओनल कोठारी की इन बातों को ध्यान में रखें –
- जगह के अनुसार मटेरियल – बिल्डिंग मटेरियल ऐसा होना चाहिए, जो उस जगह के वातावरण के अनुकूल हो। उदाहरणस्वरूप, गर्म और नमी वाली जगहों पर हार्डवुड फ्लोर या सिरेमिक टाइल्स उपयुक्त रहती हैं।
- आपका लक्ष्य – रिनोवेशन एक तरह से लंबे समय के लिए किया जाने वाला निवेश है। इसलिए जरूरी है अपने आप से ये सवाल करना कि क्या आप 4-5 साल और इसी अपार्टमेंट या घर में रहने वाले हैं? क्या ये घर की सेल-वैल्यू को बढ़ाएगा। अपने दिमाग में रिनोवेशन में छिपे लक्ष्य को जरूर तय कर लें। ये आपको सही निर्णय लेने में मदद करेगा।
- 20 प्रतिशत अधिक – यह जरूरी नहीं कि आपने जो बजट तय किया हो, उतने में ही रिनोवेशन का काम हो जाए, इसलिए जरूरी है कि बजट से 20 प्रतिशत ज्यादा लेकर चलिए, डिजाइन रूल भी यही कहता है क्योंकि पार्सल इंवेस्टमेंट और छोटे-मोटे इंटीरियर में लगने वाले अनचाहे खर्चे काम में अवरोध डाल सकते हैं।
- लाइटिंग को दें प्राथमिकता – लाइट डिटेल पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। लाइट ही पूरे कमरे को खूबसूरत बनाने में अहम रोल निभाती है। 2 से ज्यादा लाइट की प्लानिंग दिमाग में रखें। इसके साथ-साथ प्राकृतिक रोशनी की व्यवस्थाओं को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
- हरियाली की ओर – ग्रीन डिजाइन यानी हरियाली को प्रमुखता से लेना। यह न सिर्फ आपकी सेहत के लिए अच्छा है, बल्कि पैसे की बचत करने में भी मदद करती है, साथ ही आपके घर को लंबा जीवन देती है।
- मददगार खिड़की-दरवाजे– खिड़की और दरवाजों के जरिए लगभग 80 प्रतिशत घर के अंदर के तापमान को मेंटेन रखा जा सकता है। बिल्डिंग स्ट्रक्चर के जरिए घर के खिड़की-दरवाज़ों के लिए उपयुक्त फ्रेम और ग्लास का चयन करें, जिससे गर्माहट को कम किया जा सके और वेंटिलेशन को मेंटेन किया जा सके।
- अप्लायंसेस की जगह – रीमॉडलिंग प्रोसेस में घर के अप्लायंसेस को शामिल करना, बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। अप्लायंसेस की संख्या और लगने वाले आउटलेट, जिन्हें आप नियमित रूप से इस्तेमाल करते हैं, को दिमाग में रखकर ही प्लानिंग करें।
- कॉन्ट्रेक्टर है जरूरी – एक अच्छे कॉन्ट्रेक्टर या डिजाइनर को हायर करने का मतलब है -कमिटमेंट और प्रॉपर्टी की क्वालिटी को लेकर बेफिक्र हो जाना। लेकिन उसे हायर करने से पहले जरूरी है अच्छी तरह जांच-पर, ताकि वो घर की रीमॉडलिंग को लेकर आपके विचारों को अच्छी तरह समझ पाए।
- इंवेस्टमेंट पीस – पुराना सोफा, पेंटिंग या कोई डेकोर प्रॉडक्ट हर घर में निवेश जैसी कोई चीज होनी ही चाहिए। ये चीजें आकर्षण का केंद्र बनती हैं। साथ ही ये आपके घर में लक्ज़री एलीमेंट जोड़ती हैं।
- स्मार्ट होम – होम सिक्योरिटी सिस्टम, रिमोट कंट्रोल होम शेड्स, स्मार्ट थर्मोस्टेट या ऑटो अलार्म सेंटर, आजकल बाजार में कई स्मार्ट होम सिस्टम्स हैं, जो ऑफर में होते हैं। ये सिस्टम्स आपकी रोज-रोज की परेशानी से राहत दिलाते हैं, पैसे बचाते हैं और आपकी प्रॉपर्टी की कीमत को बढ़ा देते हैं।